नित नये लोग, नित नये रंग
नित नये रुप, नित नये ढंग
कितने ही न जाने अनजाने
दिखते है चेहरे
ढूबे है न जाने किस गम मे,
कुछ हल्के, कुछ गहरे
Continue reading नित नये रंग
नित नये लोग, नित नये रंग
नित नये रुप, नित नये ढंग
कितने ही न जाने अनजाने
दिखते है चेहरे
ढूबे है न जाने किस गम मे,
कुछ हल्के, कुछ गहरे
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