एक बूँद, डगमगाती, पर रुकी हुई मेरी हथेली पर
जगमगाती, झिलमिलाती, व्याकुल सी फिसलने को
कभी तो एहसास दिलाती अपनी स्थिरता का
अगले ही पल बदलती है रुप अनिश्चितता का
Continue reading बूँद
एक बूँद, डगमगाती, पर रुकी हुई मेरी हथेली पर
जगमगाती, झिलमिलाती, व्याकुल सी फिसलने को
कभी तो एहसास दिलाती अपनी स्थिरता का
अगले ही पल बदलती है रुप अनिश्चितता का
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बादलो की परछाईयो को पकडने की चाह मे
चल पडा मै उठ के यूहीँ, एक अंजानी सी राह मे
सोचा न एक पल भी, कि कैसी ये चाह है
जिसकी न मंजिल, ये कैसी वो राह है
Continue reading पछाईयाँ
एक मद्धम सी खुशबू, हवा के झोंके से बोली
ले कर चल मुझको वहा, जहा वो बैठा होगा
गुम उन जुल्फो की यादो मे
जिन्दगी भी एक अजीब सी पहेली है
कभी भीड मे, कभी बिलकुल अकेली है
कभी दो मुठ्ठी सितारो की झिलमिलाती रात
हर तरफ रोशनी और खुशीयो की सौगात
Continue reading एक पहेली
जब गर्म हवा मुझको यूँ आकर झुलसाती है
तुम याद आते हो
कहीँ छाँव मे रुक जाता हुँ, तुम याद आते हो
Continue reading याद आते हो
हर शाम जिन्दगी, सोचती है उस सुबह के बारे मेँ
जो आज आयी थी, आयी थी और, सूरज की किरणो मे भर
कितनी आशाऐँ लायी थी
उजाला ऐसी शक्त्ति का, जो मेरे अरमानो को पहचान ने
और पूरा करने मे मेरे साथ रहती
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कल शाम फिर मिला मुझसे मेरा अनजानापन
युहीँ अकेला रोज कि तरह जाग रहा था
सूनी दीवारो मे जो झरोखा नही था उससे झाँक रहा था
Continue reading अनजानापन